आज मै मेरे हेड फोन्स घर भूल आया
तो पता चला की कितनी दूर सफ़र करता हूँ
पुल पेड़ ढलानों में लोगों के बीच लोहे की भीड़ पार करता
कितनी दूर सफ़र करता हूँ
पूरे दिन की रोज़ी बटोरता, डरते डरते ताना बुनता
कितनी दूर सफ़र करता हूँ
घर से अलग अपनों को छोड़
हर ऱोज सफ़र करता हूँ
तो पता चला की कितनी दूर सफ़र करता हूँ
पुल पेड़ ढलानों में लोगों के बीच लोहे की भीड़ पार करता
कितनी दूर सफ़र करता हूँ
पूरे दिन की रोज़ी बटोरता, डरते डरते ताना बुनता
कितनी दूर सफ़र करता हूँ
घर से अलग अपनों को छोड़
हर ऱोज सफ़र करता हूँ